हाइकु रिश्ते और रास्ते

हाइकु


                   
एक सिक्के के
ये रिस्ते और रास्ते
दो पहलू हैं।
(1)
कभी रास्ते में
रिश्ते बन जाते हैं
कभी टूटते।
(3) रिश्ते निभाते
कभी रास्ते खो जाते
तो कभी रिश्ते
(4)
ये लम्बे रास्ते
दूरियाँ बढ़ाती हैं
रिश्ते तोड़ती।
(5)
दूरियाँ हो तो
केवल रास्ते में हो
दिलों में न हो।
(6)
दिल थके तो
रिश्ते व रास्ते दोनों 
खत्म हो जाते     लक्ष्मी सिंह 

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