भारतीय किसान














🌹🌹🌹🌹
छू कर माटी सोना कर दे एक ऐसा इन्सान। 
भारत माँ की प्यारी संतान भारतीय किसान।। 

🌹

देश का पोषक, अन्नदाता तनधारी भगवान ।

त्याग - तपस्या का दूसरा नाम है— किसान।। 
🌹
गांव की संस्कृति और सभ्यता की पहचान। 
इनके खून पसीने से लहलहाता खेत-खलिहान ।। 
🌹
कम पढ़े-लिखे खेती के बारीकियों का ज्ञान। 
मौसम के बदलते मिजाज की है उन्हें पहचान।। 
🌹
आजीवन दुखी,अभावग्रस्त, कर्ज से परेशान। 
फटेहाल, भूखा, जीवित नरकंकाल के समान।। 
🌹
तेज धूप, कड़ाके की ठंड, बर्षा, आँधी-तुफान ।
हर विषमताओं से जूझने की शक्ति विद्धमान।। 
🌹
अर्थव्यवस्था का आधार रीढ़ की हड्डी समान। 
उनकी कठिन जीवन को सारा देश करता नमन।। 
🌹
यदि चाहते हो देश की उन्नति, सबल राष्ट्र महान। 
तो करो शिक्षित, समृद्ध व आत्मनिर्भर किसान।। 
🌹
सुनो देशवासियों –
किसान की बेहतरी में दो अपना योगदान। 
करो किसान की हर समस्याओं का समाधान।। 
🌹🌹🌹🌹—लक्ष्मी सिंह 💓

Comments

Popular posts from this blog

मैं एक बूढ़ा लाचार गरीब किसान

फूल पलाश के ले आना तुम।

भतीजे को जन्मदिन की बधाई