कोई जन्म से कवि नहीं होता


कोई जन्म से कवि नहीं होता है।

हर व्यक्ति में कहीं एक कवि छिपा होता है।
🌹

कोई घटना या दृश्य
मन की भावनाओं को छू जाता है।
वही कविता का बीज बो जाता है।

🌹

गहरी वेदना का अनुभव जब
संवेदनशीलता को स्वर दे जाता है।
फिर वही दर्द कोरे कागज पर
कविता बन उतर आता है।

🌹🌹🌹—लक्ष्मी सिंह 💓😊

Comments

Popular posts from this blog

मैं एक बूढ़ा लाचार गरीब किसान

फूल पलाश के ले आना तुम।

भतीजे को जन्मदिन की बधाई