खुशी आत्मा की उपज है
खुशी आत्मा की उपज है।
सबको मिलती नहीं सहज है।
कोई एक गुलाब से भी खुश हो जाता है।
कोई मँहगा तोफा पाकर भी आँसू बहाता है।
खुशी मन का एक भाव है।
खुशी सकारात्मक प्रभाव है।
कोई लाखो कमा कर रोता है।
तो कोई भूखे पेट भी हँसता है।
खुशी मन की भावना का उदगार है।
खुश रहना हर व्यक्ति का अधिकार है।
खुशी प्रसन्नता की एक झलक है।
खुशी की हर व्यक्ति को ललक है।
खुश रहने का एक राज है।
खुशी बाँटना मेरा अंदाज है।
जहाँ खुशी रहती वहाँ आशा है।
जहाँ खुशी नहीं वहाँ निराशा है।
खुशी मन की एक भाषा है।
खुशी की नहीं कोई परिभाषा है।
सब खुश रहे
बस इतनी सी अभिलाषा है।
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