माँ


💓💓💓💓

माँ दिन भर बिना 
रूके काम करती थी,
फिर भी चेहर पे 
कभी थकावट ना था।

कितना भी व्यस्त हो
उठा लेती थी गोद में,
उनके चेहरे पे 
कभी शिकायत ना था।

निस्वार्थ प्यार
लुटाती थी मुझ पर,
उसकी ममता में
कभी मिलावट ना था। 
—लक्ष्मी सिंह💓

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