मेरे पहलु


🌹🌹🌹🌹
मेरे पहलु में बैठ जरा,
ऐ प्यार के राही ना जा।
दिल कहे देखता रहूँ,
कुछ देर और ठहर जा।

तेरे बिन जी ना लगे,
साथ ले-ले तू मुझे।
देख सावन की घटा,
कुछ देर और ठहर जा।

मैं कहानी हूँ तेरी,
सात रंगों से भरी।
याद करना तू जरा
कुछ देर और ठहर जा।

🌹🌹🌹🌹—लक्ष्मी सिंह

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