फूल पलाश

(1)
फूल पलाश
अनजाना सा राग
फगुआ फाग 
(2)
रंग पलाश
टहनी फूली आग
लगे अंगार 
(3)
खिले पलाश
बाँध रही स्वपाश
मधुर मास 
(4)
लाल पलाश
सूनेपन में आस
जीवन रास 
(5)
उगे पलाश
यौवन का उन्माद
मन का भाव 
(6)
हँसे पलाश
कोमल लाल लाल
लिये मशाल 
(7)
बिछे पलाश
तारों भरी उजास
नव सुहास 
(8)
मन पलाश
झूमते आसपास
तन बतास 
(9)
नव पलाश
भूला बिसरा रास
मन हुलास 
(10)
खिला पलाश
रंगीन भू आकाश
अंतःनिवास 
(11)
संग पलाश
प्रीत का अनुराग
वसंती राग 
(12)
सुर्ख पलाश
छटा ये वसंत की
धरा सुन्दरी 
(13)
हर पलाश
उपवन में खास
भरे मिठास
—लक्ष्मी सिंह 

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